अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती परीक्षा में धांधली के आरोप लगे हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ और उत्तराखंड क्रांति दल युवा मोर्चा ने आयोग के कार्यालय का घेराव कर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ओएमआर शीट की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष कमलेश भट्ट ने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन कैसे पहुंच गया और उम्मीदवार ने असली ओएमआर शीट की फोटो कैसे खींच ली, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे यह जाहिर होता है परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों को मोबाइल का इस्तेमाल करने की खुली छूट दी गई।
चयन आयोग ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ओएमआर शीट की प्रारंभिक जांच की। सामने आया कि उम्मीदवार हरबर्टपुर निवासी जसपाल शर्मा ने अपनी ओएमआर शीट की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर भेज दी थी।
बेरोजगार संघ के अध्यक्ष कमलेश भट्ट ने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन कैसे पहुंच गया और उम्मीदवार ने असली ओएमआर शीट की फोटो कैसे खींच ली, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे यह जाहिर होता है परीक्षा केंद्रों में उम्मीदवारों को मोबाइल का इस्तेमाल करने की खुली छूट दी गई।
चयन आयोग ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही ओएमआर शीट की प्रारंभिक जांच की। सामने आया कि उम्मीदवार हरबर्टपुर निवासी जसपाल शर्मा ने अपनी ओएमआर शीट की फोटो खींचकर व्हाट्सएप पर भेज दी थी।
चार बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद मोबाइल फोन वापस कर दिए गए थे
आयोग कार्यालय में उपस्थित होकर जसपाल ने बताया कि चार बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद मोबाइल फोन वापस कर दिए गए थे, लेकिन तब ओएमआर शीट जमा कराने का काम जारी था। इसी दौरान उन्होंने मोबाइल से फोटो खींच लिया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही दूसरी फोटो परीक्षा देते हुए उम्मीदवार की है। जिसमें प्रश्न पत्र भी दिखाई दे रहा है। जिस मोबाइल से यह फोटो अपलोड की गई, वह स्विच ऑफ है। प्रदर्शन करने वालों में सुशील डोभाल, धनवीर कैंथुरा, कमल रावत, मुकेश नौटियाल, रणवीर, अरविंद, संदीप कंडारी आदि समेत कई लोग मौजूद रहे।
सोशल मीडिया पर दो तरह की फोटो वायरल की गई हैं। आयोग ने तथ्यों के आधार पर मामले की जांच पुलिस साइबर सेल से कराने का निर्णय लिया है। परीक्षा में धांधली का आरोप सही नहीं है।
- संतोष बडोनी, सचिव, चयन आयोग
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही दूसरी फोटो परीक्षा देते हुए उम्मीदवार की है। जिसमें प्रश्न पत्र भी दिखाई दे रहा है। जिस मोबाइल से यह फोटो अपलोड की गई, वह स्विच ऑफ है। प्रदर्शन करने वालों में सुशील डोभाल, धनवीर कैंथुरा, कमल रावत, मुकेश नौटियाल, रणवीर, अरविंद, संदीप कंडारी आदि समेत कई लोग मौजूद रहे।
सोशल मीडिया पर दो तरह की फोटो वायरल की गई हैं। आयोग ने तथ्यों के आधार पर मामले की जांच पुलिस साइबर सेल से कराने का निर्णय लिया है। परीक्षा में धांधली का आरोप सही नहीं है।
- संतोष बडोनी, सचिव, चयन आयोग
उक्रांद ने फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में लगाया धांधली का आरोप
उत्तराखंड क्रांति दल ने फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में धांधली का आरोप लगाया है। दल के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि परीक्षा में ओएमआर शीट वायरल होने से उसकी गोपनीयता भंग हुई है। दल के केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी ने कहा कि परीक्षा में हुई धांधली और गोपनीयता को भंग करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए।
आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। चाहे जेई भर्ती का मामला हो या ऊर्जा निगम में हुई भर्तियों का आयोग से लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। चाहे जेई भर्ती का मामला हो या ऊर्जा निगम में हुई भर्तियों का आयोग से लेकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए।
कोचिंग संचालक समेत दो पर मुकदमा
वन आरक्षी भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र आउट कर मोबाइल पर उत्तर बताने के मामले में एसटीएफ ने हरिद्वार जिले के कोचिंग संचालक समेत दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इस गिरोह में कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आ रही है।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को 16 फरवरी को हुई वन विभाग की आरक्षी भर्ती परीक्षा के दौरान सूचना मिली कि एक गिरोह द्वारा प्रश्न पत्र आउट किए जा रहे हैं। पौड़ी, रुड़की आदि स्थानों पर कुछ अभ्यर्थियों को पांच से आठ लाख रुपए में उत्तर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस सूचना पर एसटीएफ की पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) रिधिम अग्रवाल के निर्देश पर अलग-अलग टीमें गठित की गई। रुड़की टीम ने कपिल निवासी खेड़ाजट्ट और आलोक निवासी कुआंखेडी, थाना मंगलौर से इस बारे में पूछताछ की गई।
डीआईजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि छानबीन में पता लगा कि ओजस्व कैरियर कोचिंग सेंटर गुरुकुल नारसन के संचालक मुकेश सैनी अपने दोस्त पंकज और अन्य के साथ मिलकर परीक्षा के प्रश्न पत्र को आउट कर परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को मोबाइल के जरिए उत्तर सेट उपलब्ध करा रहा है।
इस पर एसटीएफ ने देहरादून साइबर क्राइम थाने में कोचिंग सेंटर संचालक मुकेश सैनी और पंकज के खिलाफ धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। डीआईजी एसटीएफ ने बताया कि मुकेश सैनी के खिलाफ पूर्व में सरकारी पदों की भर्ती में प्रश्न पत्र आउट कराने के संबंध में मुकदमा दर्ज हो चुका है। डीआईजी ने बताया कि विभिन्न टीमों जिला पौड़ी गढ़वाल, रुड़की और हरिद्वार जिले के विभिन्न थानाक्षेत्रों में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई है।
स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को 16 फरवरी को हुई वन विभाग की आरक्षी भर्ती परीक्षा के दौरान सूचना मिली कि एक गिरोह द्वारा प्रश्न पत्र आउट किए जा रहे हैं। पौड़ी, रुड़की आदि स्थानों पर कुछ अभ्यर्थियों को पांच से आठ लाख रुपए में उत्तर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस सूचना पर एसटीएफ की पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) रिधिम अग्रवाल के निर्देश पर अलग-अलग टीमें गठित की गई। रुड़की टीम ने कपिल निवासी खेड़ाजट्ट और आलोक निवासी कुआंखेडी, थाना मंगलौर से इस बारे में पूछताछ की गई।
डीआईजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि छानबीन में पता लगा कि ओजस्व कैरियर कोचिंग सेंटर गुरुकुल नारसन के संचालक मुकेश सैनी अपने दोस्त पंकज और अन्य के साथ मिलकर परीक्षा के प्रश्न पत्र को आउट कर परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को मोबाइल के जरिए उत्तर सेट उपलब्ध करा रहा है।
इस पर एसटीएफ ने देहरादून साइबर क्राइम थाने में कोचिंग सेंटर संचालक मुकेश सैनी और पंकज के खिलाफ धोखाधड़ी, आईटी एक्ट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। डीआईजी एसटीएफ ने बताया कि मुकेश सैनी के खिलाफ पूर्व में सरकारी पदों की भर्ती में प्रश्न पत्र आउट कराने के संबंध में मुकदमा दर्ज हो चुका है। डीआईजी ने बताया कि विभिन्न टीमों जिला पौड़ी गढ़वाल, रुड़की और हरिद्वार जिले के विभिन्न थानाक्षेत्रों में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई है।